
आद्रियाना लिस्बोआ की कविता : आत्मा को ऐसे धोएं
आत्मा को अपने हाथों से धोना चाहिए.इसलिए नहीं कि वह बहुत नाजुक होती हैऔर रंग छोड़ती है.इसके उलट, वह बेहद मजबूत कपड़े से बनी होती हैऔर उसे साफ करने का एक ही तरीका है किउसे हाथों से धोया जाए. एक घरेलू साबुन लें- अच्छा होगा कि सबसे सस्ता वाला.ब्लीच, फैब्रिक