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पाब्लो नेरूदा – 2 : मेरी पहली कविता
दुनिया मुझे पाब्लो नेरूदा के नाम से जानती है, लेकिन घरवालों ने स्पैनिश परंपरा के अनुकूल मेरा लंबा-सा नाम रखा था- नेफ्ताली रिकार्दो रेयेस बासोआल्तो। जब मैंने कविताएं लिखनी शुरू कीं, तो मैंने अपना नाम पाब्लो नेरूदा रख लिया।

पाब्लो नेरूदा – 1 : मेरा जीवन, मेरे संघर्ष
दुनिया मुझे पाब्लो नेरूदा के नाम से जानती है, लेकिन घरवालों ने स्पैनिश परंपरा के अनुकूल मेरा लंबा-सा नाम रखा था- नेफ्ताली रिकार्दो रेयेस बासोआल्तो। जब मैंने कविताएं लिखनी शुरू कीं, तो मैंने अपना नाम पाब्लो नेरूदा रख लिया।
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उस रात मैं देर से घर पहुँचा था। पता चला, पिताजी की मृत्यु हो गई है। क़रीब दो बजे रात मैं उनके कमरे में गया,

लास्लो क्रस्नाहोरकाई : मैं बीस पेज लम्बे वाक्य क्यों लिखता हूँ?
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गुंटर ग्रास : जब मैं हिटलर के साथ था
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बेन ओकरी : कविता के बारे में कुछ ज़रूरी बातें
ईश्वर जानता है कि किसी भी समय के मुकाबले हमें कविता की ज़रूरत आज कहीं ज़्यादा है। हमें कविता से प्राप्त होने वाले दुष्कर सत्य

पाब्लो नेरूदा – 2 : मेरी पहली कविता
दुनिया मुझे पाब्लो नेरूदा के नाम से जानती है, लेकिन घरवालों ने स्पैनिश परंपरा के अनुकूल मेरा लंबा-सा नाम रखा था- नेफ्ताली रिकार्दो रेयेस बासोआल्तो। जब मैंने कविताएं लिखनी शुरू कीं, तो मैंने अपना नाम पाब्लो नेरूदा रख लिया।

पाब्लो नेरूदा – 1 : मेरा जीवन, मेरे संघर्ष
दुनिया मुझे पाब्लो नेरूदा के नाम से जानती है, लेकिन घरवालों ने स्पैनिश परंपरा के अनुकूल मेरा लंबा-सा नाम रखा था- नेफ्ताली रिकार्दो रेयेस बासोआल्तो। जब मैंने कविताएं लिखनी शुरू कीं, तो मैंने अपना नाम पाब्लो नेरूदा रख लिया।